Wednesday, July 30, 2008

‘ऑनलाइन बैंकिंग प्रणाली असुरक्षित’

24 जुलाई 2008 इंडो-एशियन न्यूज सर्विसवॉशिंगटन। ऑनलाइन बैंकिंग नेटवर्क की सुरक्षा प्रणालियों में ऐसी खामियां होती हैं, जिनका फायदा साइबर अपराधी उठा सकते हैं। एक एनआरआई वैज्ञानिक द्वारा किए गए शोध से इसकी पुष्टि होती है।इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर अतुल प्रकाश और शोध के छात्र केविन बार्डर्स एवं लॉरा फॉक द्वारा किए गए अध्ययन के निष्कर्ष में कहा गया है कि 75 फीसदी से अधिक बैंकिंग वेबसाइट की सुरक्षा प्रणाली लचर है। ऐसे में ग्राहकों की जमा राशि या निजी सूचनाओं के साइबर अपराधियों के हाथ लगने का खतरा बना रहता है।उन्होंने 214 वित्तीय संस्थानों की वेबसाइट का गहन अध्ययन कर यह निष्कर्ष निकाला है। निष्कर्ष में कहा गया है कि इन वेबसाइट की रूपरेखा और उस पर सूचनाओं के प्रवाह में कई तरह की त्रुटियां होती हैं, जिनका फायदा साइबर अपराधी उठाते हैं।प्रकाश ने कहा कि, “आश्चर्य की बात है कि अधिकांश बैंकों की ऑनलाइन सेवाएं सुरक्षित नहीं हैं। इनमें कई नामी बैंक भी शामिल हैं। इस तरह की गफलतों का फायदा उन लोगों को होता है जो साइबर ठगी या चोरी में संलिप्त हैं। हैकरों के लिए ग्राहकों की निजी एवं खाते से जुड़ी सूचनाएं हासिल करना आसान हो गया है”।

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