Saturday, September 6, 2008

(spam e-mail) स्पैम का कारण है ई-मेल का पहला अक्षर

02 सितम्बर 2008इंडो-एशियन न्यूज सर्विस

आप अवांछनीय (स्पैम) मेल से परेशान हैं? अब शोधकर्ताओं ने इस परेशानी की वजह का पता लगा लिया है।दरअसल, आपके मेल बॉक्स में कितने स्पैम मेल आते हैं, इसके लिए जिम्मेदार आपके ई-मेल पते का पहला वर्ण (अक्षर) है।

कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के नए अध्ययन में इस संबंध में खुलासा किया गया है।शोधकर्ताओं ने 50 करोड़ से अधिक ‘जंक’ मेल का अध्ययन किया तो पाया कि सामान्य वर्णों से शुरू होने वाले ई-मेल पते पर 40 फीसदी स्पैम मेल का हमला होता है।शोधकर्ताओं के अनुसार कम सामान्य वर्णों से शुरू होने वाले ई-मेल पते को कम संख्या में स्पैम मेल प्राप्त होते है अंग्रेजी के जे, ए, यू, आई, आर, पी, एम या एस वर्णों से शुरू होने वाले ई-मेल पते को सबसे अधिक स्पैम मेल आते हैं। वहीं क्यू, जेड, डब्ल्यू, वाई या एफ से प्रारम्भ होने वाले ई-मेल पते को पहले दिए गए वर्णों के मुकाबले कम स्पैम प्राप्त होते हैं।स्पैम मेल से संबंधित इस महत्वपूर्ण अध्ययन को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक डॉक्टर रिचर्ड क्लेटॉन ने किया है।

1 comment:

प्रदीप मानोरिया said...

स्वागत है समय निकाल कर मेरे ब्लॉग परभी पधारें